प्रिय पाठकों, आज के इस लेख Types of Cloud Computing in Hindi? (क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार) में आपको cloud computing के मुख्य चार मुख्य प्रकारों तथा deployment model और services model के बारे में विस्तार से जानने को मिलेगा। तो आइए शुरू करते हैं।
मुख्य रूप से क्लाउड कंप्यूटिंग चार प्रकार की होती है जिसमें प्राइवेट क्लाउड, सर्विस क्लाउड, हाइब्रिड क्लाउड और कम्युनिटी क्लाउड शामिल हैं। क्लाउड सर्विसेज के आधार पर भी क्लाउड कंप्यूटिंग मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती हैं जिसमें IaaS, PaaS और SaaS सर्विसेज शामिल हैं।
आपके लिए क्लाउड प्रकार और क्लाउड सर्विस को चुनना एक अनूठा निर्णय होगा। आपको बता दें कोई भी दो क्लाउड एक जैसे नहीं होते हैं, और एक ही प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए आप किन्हीं दो क्लाउड सर्विसेज का उपयोग नहीं कर सकते।
इसलिए आपको इस बारे में जानने की जरूरत हैं कि प्रत्येक क्लाउड कंप्यूटिंग प्रकार और क्लाउड सर्विस की चुनोतियाँ आपके बिज़नेस को कैसे इम्पैक्ट कर सकती हैं।
तो आइए सबसे पहले क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकारों के बारे में आपको बताते हैं।
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क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार – Types of Cloud Computing in Hindi?
Cloud Computing मुख्य रूप से चार प्रकार की होती है जिसमे सार्वजनिक क्लाउड (Public Cloud), निजी क्लाउड (Private Cloud), हाइब्रिड क्लाउड (Hybrid Cloud) और सामुदायिक क्लाउड (Community Cloud) शामिल हैं। इन्हें हम डिप्लॉयमेंट मॉडल भी कहते हैं।
इन deployment model के अंदर तीन मुख्य services है infrastructure as a service (IaaS), platform as a service (PaaS), और software as a service (SaaS)।
आइये पहले deployment model के आधार क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकारों को विस्तार से समझे फिर हम सर्विस मॉडल के आधार पर क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार आपको बताएंगे।
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डिप्लॉयमेंट मॉडल के आधार पर क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार (Types of Cloud Computing Based on Deployment Model in Hindi)
Cloud computing मुख्य रूप से चार प्रकार की होती हैं –
- Public Cloud
- Private Cloud
- Hybrid Cloud
- Community Cloud
तो आइए क्लाउड कंप्यूटिंग इन चार मुख्य प्रकारों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1. Public Cloud (सार्वजनिक क्लाउड): पब्लिक क्लाउड क्लाउड एनवायरनमेंट हैं जो basically information technology (IT) architecture से क्रिएट किए जाते हैं। सार्वजनिक क्लाउड को तीसरे पक्ष यानी cloud service provider के द्वारा मैनेज किया जाता हैं। जिनका काम आपको इंटरनेट पर क्लाउड सर्विसेज प्रदान करना हैं। ये services आपको pay-as-you-go billing मॉडल्स के रूप में उपलब्ध कराई जाती हैं।
अगर आप तक इंटरनेट की पहुँच हैं तो आप बड़े ही आसानी से Public cloud का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपको अपने data को Store करने और आवश्यकता पड़ने पर उसे पुनः प्राप्त करने में सक्षम बनाता हैं, Public क्लाउड छोटे उद्यमों एक अच्छा विकल्प हैं।
पब्लिक क्लाउड कंप्यूटिंग की online services का इस्तेमाल करने के लिए आपको इसके subscription plan को purchase होगा।
कहने का सीधा सा मतलब यह है कि आप जितना इसकी सेवाओं का उपयोग करेंगे, आपको पैसे भी उसी हिसाब से खर्च करने होंगे।
सार्वजनिक क्लाउड में, computing resources को (CSP) यानी Cloud service provider के द्वारा manege किया जाता हैं।
उदाहरण – कुछ सबसे बड़े cloud service providers में Alibaba Cloud, Amazon Web Services (AWS), Google Cloud, IBM Cloud, और Microsoft Azure शामिल हैं।
2. Private Cloud (निजी क्लाउड): माना आपकी एक निजी कंपनी या संगठन हैं और आप अपने डेटा को manage करने के लिए एक डेटा सेंटर चाहते हैं, तो आप Private Cloud computing का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिसे हम internal cloud या corporate cloud के नाम से जानते हैं।
Private क्लाउड को मुख्य रूप से संगठन या प्राइवेट कंपनियों के लिए डिज़ाइन किया जाता हैं। जिसके लिए यह अपना खुद का infrastructure तैयार करता हैं। प्राइवेट क्लाउड की सिक्योरिटी बहुत ही high होती हैं, इस क्लाउड को उपयोगकर्ताओ के द्वारा managed किया जाता हैं। इसके लिए क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर कोई services provide नहीं करते हैं।
प्राइवेट क्लाउड को स्थान और मैनेजमेंट के आधार पर दो भागों में विभाजित किया जाता हैं। पहला On-premise private cloud और दूसरा Outsourced private cloud.
3. Hybrid Cloud (हाइब्रिड क्लाउड): Hybrid cloud पब्लिक क्लाउड और प्राइवेट क्लाउड का मिश्रण हैं। इस cloud में इन दोनों क्लाउड के फ़ीचर्स मौजूद होते हैं। hybrid क्लाउड पूर्ण रूप से सुरक्षित होती हैं।
हाइब्रिड क्लाउड की खास बात यह है कि इसका इस्तेमाल करके आप अपने डेटा को पब्लिक क्लाउड और प्राइवेट क्लाउड में शेयर कर सकते हैं।
कहने का अर्थ यह हैं कि यह cloud पब्लिक और प्राइवेट दोनों के लिए अपनी services provided कराता हैं।
हाइब्रिड क्लाउड के मुख्य उदाहरणों में Gmail, गूगल applications Microsoft office आदि शामिल हैं।
4. Community Cloud (सामुदायिक क्लाउड): यह एक क्लाउड infrastructure हैं। जो companies के Group को system और services तक पहुँच कर information share करने की अनुमति देता हैं।
इस क्लाउड को एक या उससे अधिक companies के द्वारा मैनेज किया जाता हैं। Community cloud के उदाहरण – Media industry मीडिया उद्योग, Healthcare industry स्वास्थ्य सेवा उद्योग, Scientific research वैज्ञानिक अनुसंधान, आदि।
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सर्विस मॉडल के आधार पर क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार (Types of Cloud Computing Based on Service Model in Hindi)
क्लाउड सर्विस मॉडल के मुख्य रूप से तीन प्रकार हैं। पहला Infrastructure-as-a-Service (IaaS), दूसरा Platforms-as-a-Service (Paas) और तीसरा Software-as-a-Service (SaaS).
क्लाउड सर्विसेज इंफ्रास्ट्रक्चर, प्लेटफ़ॉर्म या सॉफ्टवेयर हैं जो third-party providers के द्वारा होस्ट किये जाते हैं जो हमें इंटरनेट के माध्यम से उपलब्ध कराए जाते हैं।
1. Infrastructure-as-a-Service (IaaS): IaaS एक सर्विस के रूप में बुनियादी ढाँचा यानी infrastructure हैं। जिसे हम एक service के रूप में Hardware यानी (Haas) के रूप में भी जानते हैं। यह इंटरनेट पर managed एक computing infrastructure हैं। यह आपको physical server को खरीदने और उसे manage करने की लागत और परेशानियों से बचने में आपकी मदद करता हैं।
यह सबसे लचीली प्रकार की यानी flexible service हैं जो आपको हार्डवेयर को रेंट में लेने की सुविधा प्रदान करती हैं। यह आपके applications जैसे सर्वर, नेटवर्क, स्टोरेज, वीएम और ऑपरेटिंग सिस्टम को रन करने वाले हार्डवेयर पर पूरा कंट्रोल प्रदान करती हैं।
IaaS के कुछ मुख्य उदाहरण Virtual Machine, AWS EC2, storage/network आदि हैं।
2. Platforms-as-a-Service (PaaS): PaaS एक Cloud service model हैं जिसे क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म पर programmers के लिए applications को develop करने, उसकी testing करने, उसे run करने और मैनेज करने के लिए बनाया गया हैं।
यह underlying infrastructure को प्रबंधित किये बिना जल्दी से एक एप्लीकेशन को क्रिएट करने में मदद करता हैं।
3. Software-as-a-Service (SaaS): SaaS जिसे हम Cloud-based Software या Cloud Application के रूप में जानते हैं। यह एक application software हैं।
SaaS में एप्लीकेशन को cloud service providers के द्वारा होस्ट किया जाता हैं। उपयोगकर्ता इंटरनेट कनेक्शन, वेब browser, डेस्कटॉप क्लाइंट या एक API आदि के माध्यम से इन एप्लीकेशन को एक्सेस कर सकते हैं।
SaaS में, सॉफ़्टवेयर को ऑनलाइन होस्ट किया जाता है और उपयोगकर्ताओ को membership plan के आधार पर खरीदारी के लिए पेश किया जाता है।
ज्यादातर मामलों में, SaaS उपयोगकर्ता monthly या yearly membership fee का भुगतान करते हैं
SaaS के उदाहरण माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 Oracle ERP/HCM क्लाउड, Salesforce, Gmail, आदि।
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Conclusion (संक्षेप में)
तो मुझे पूरी उम्मीद हैं, इस लेख Types of Cloud Computing in Hindi? (क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार) को अंत तक पढ़ने के बाद आप जान गए होंगे कि क्लाउड कंप्यूटिंग चार प्रकार की होती हैं।
प्रिय पाठकों, फ़िर भी आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे comment जरूर करें, हम जल्द ही आपके सवाल का जवाब देंगे। तो इस लेख में इतना ही मिलते हैं एक नए टॉपिक के साथ तब तक के लिए अपना ख्याल रखें।